Thursday, January 21, 2010

चमकती ऑंखें

हैं मेरे कमज़ोर  बाजुओं को देख मेरे ख़्वाबों पे शक उनको,
क्या उन्हें मेरी चमकती ऑंखें दिखाई नहीं देती |

Thursday, January 14, 2010

दूर और तुम



हर सिम्द जब तुम नुमाया हो. 
तो बताओ तुम मुझसे दूर कहाँ  हो ?

कहा मुमकिन कि दूर किसी से उसका साया हो,
तो बताओ तुम मुझसे दूर कहा हो?

मेरे वजूद कि जब तुम ही वजह हो ,
तो बताओ तुम मुझसे दूर कहा हो?

पगली जब तुम ही मेरा मुक़द्दर हो 
तो बताओ तुम मुझसे दूर कहा हो ?

हम दोनों ही को तो चाँद दिखता 
तो फिर बताओ तुम मुझसे दूर कहा हो?

जब कभी रूह मेरी मुझसे अलग हो,
तब कह देना कि तुम मुझसे दूर हो .

फिलहाल तो वाजिब है यह सवाल .
बताओ तुम मुझसे दूर कहा हो?

                                          -ताबिश  'शोहदा' जावेद