Thursday, December 31, 2009

अब रुचिका कि हसने कि बारी हैं

खाकी कि इज्ज़त खाक करने वाला कहाँ तू पहला है ,
भेड़ कि वर्दी में भेड़िया कहाँ तू पहला हैं.
तुझसे छीनना नहीं तुझको नया मेडल मिलना चाहिए .
क्यूंकि पकडे जाने वालों कि फेरिस्त में नंबर तेरा पहला है .


हैं अहद पक्का तुझको भेजेंगे तेरी सही जगह ,
गरम  हैं खून ,बस एक बार तू और दे मुस्कुरा |
तेरा गुनाह अब पड़ने वाला भारी है ,
अब इक रूह कि हसने कि बारी  है |
                        -ताबिश 'शोहदा' जावेद

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